* शायरी अंदाज *
------------------------
दोस्तों ;- जिन्दगी का ये सफ़र यूँ किसी से अकेले तय होता नहीं।
इसे खुशहाल ओर आसान तय करने के लिए -किसी का साथ तो चाहिए।
एक अच्छा दोस्त और एक अच्छा हमसफ़र का साथ होना जरुरी है।
दोस्त हमसे बेसक दूर रहे ओर हमसफ़र हमारे पास रहे।
जिन्दगी के सफ़र में दोनों का बड़ा योगदान होता है यारो।
जैसे अलग -अलग दर्द की अलग -अलग दबाई होती है।
ये दोनों भी उसी तरह अपना -अपना फ़र्ज़ निभाते है यारो।
जिन्दगी में कभी -कभी ऐसा अचम्भा भी देखने को मिलता है।
कभी जहर भी दबा बनकर किसी की जान बचा देता है।
और खास दोस्त दुश्मन बनकर किसी की जान ले लेता है।
कोई चोट देकर ,दगा करके किसी की जान ले लेता है।
तो कोई दोस्त से बिना वजह बताये दूर होकर जान ले लेता है यारो।
हम तो अफ़सोस में पड़ गए है अब यारो ------
ना दिन के उजाले में दिखते है ,ना रात की चांदनी में दिखते है।
उन्हें हम देखें भी तो केसे किस रौशनी में जो हमारे करीब रहते है।
जिन्हें हम अपने करीब समझते है वे तो बहुत दूर है हमसे।
जिन्हें हम दूर समझते है वे वक्त पे हमारे पास दिखते है साया बनकर।
--------------------------
* बिनेश कुमार * २०/८/१३ *
No comments:
Post a Comment