Sunday, 3 March 2013

RISTE


   =  रिश्ते =------------------

हम बड़े है ,आपके हमेशा बड़े ही रहेंगे ! तुम छोटे हो हमारे छोटे ही रहोगे !!

जो फ़र्ज़ है हमारा संदा ही निभाते रहेंगे !

तुम्हारी गलतियों को संदा ही माफ़ करते रहेंगे !

तुम हमें अपना मानो या ना मानो !

ये तो हमारे दिल की भी इच्छा थी जो हम तुम्हें अपना मानने लगे है !!

एक दिन था जब तुमने हमें अपने प्यार से अपना मानने पर मजबूर किया था !

आज भी दिन है तुम्हारा जो हमें नफरत करने पर मजबूर हमें कर दिय! है !

हम तो बस फ़र्ज़ निभा रहे है  बड़ा होने का !

जो आपको पसंद है उसे पूरा करने की कोशिश कर रहे है !

दोस्ती / दुश्मनी  दोनों की ताकत बराबर ही होती है !

बस फर्क इतना है इनमे निभाने का अंदाज  अलग -अलग होता है !

तुम्हें दोस्ती तो रास हमारी नहीं आई !

तुम्हें शायद हमारी दुश्मनी ही रास आ जाये !!

ये मौका भी हम तुम्हें एक बार फिर देते है !

तुम कर लो पसंद किसी एक को जो तुम्हारी पसंद हो !!

== धन्यवाद  = बिनेश कुमार = ३०/११/२०१२


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