= कविता - साल (वरस ) =
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साल के ये १२ महीने ,ये सब है अजब निराले .
ज्ञान ,एकता ,लगन ,और समय के है ये प्रतिक !
इन्हें देख कर हर कोई सीखे ना कुछ इसकी फीस !
१- जनवरी , २- फरवरी , ३- मार्च , ४- अप्रैल ,५- मई , ६- जून , ७- जुलाई , ८-अगस्त ,९- सितम्बर ,
१०- अक्टूबर , ११- नवम्बर , १२- दिसंबर ,!
मौसम के ४- ग्रुप में बंधे है ये सब महीने !
ग्रुप १- सर्दी , २- गर्मी , ३- वर्षा , ४- और बसंत !
ग्रुप में रहकर काम ये करते ,अपना -अपना फ़र्ज़ निभाते ,
कोई महिना ३० दिन का होता तो कोई ३१ ,दिन का ,कोई २८ / २९ दिन का होता !
माला देखो ये प्यार और एकता की अनोखी बनी है ! साल की माला १२ , महीनो में बनी !
महीनो की माला हफ़्तों और दिनों में बनी है !
रविवार ,सोमवार ,मंगलवार ,बुधवार ,वीरवार , शुक्रवार , और शनिवार ,ये ८ दिनों के नाम है !
ना कोई इनमें भेद-भाव ना अहंकार है किसी में !
दिनों को २४ घंटों की माला में बांधा !
ना कोई छोटा , ना कोई बड़ा ,अपने आप में सब महान है !
करम है इन सबका साथी ,करम ही इनकी है पहचान !!
= = धन्यवाद = = बिनेश कुमार == १५/०२/२०१३ ,
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