ए दोस्ती तेरा नाम हैए दोस्ती तेरा नाम है बड़ा प्यारा
दुःख -दर्द और मुसीबत में बस तू ही एक सहारा
अपनोंकी कमी और दूरी को पूरा करने का तू ही हे एक सहारा
वक्त हे अभी ए जालिम दोस्तों सुधरने और संभलने का .
दोस्ती को यूँ बदनाम न करो दोस्त को दर्द देकर .
दोस्त बनकर खास -दुश्मनों के जेसा कम मत करो /
दोस्ती का वसूल हे ,मुसीबत में साथ निभाना ,सहारा देना .
दर्द -देकर दोस्त को बेसहारा न करो .
एक दिन वो भी आएगा ,दोस्ती को यूँ बदनाम करने वाले .
एक दिन इसी दोस्ती के बगेर तुम खुद बेसहारा हो जाओगे ,
और अपने आपको हजारों की भीड़ में अकेले खड़े पाओगे .
= धन्यवाद = बिनेश कुमार =०३/११/२०१२.
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