बेजोड़ डोरी (बहाना )
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जन्म दिन हो या शादी की सालग्रह हो।
होली दिवाली का पर्व हो या नववर्ष का हो आना।
ये सब दिन हैं हमें एक दूजे के करीब रखने का एक बहाना ,.
हम अपनों से दूर रहें या पास ,
जब हम अपनों की याद में होते हैं उदास।
ये सब दिन जब होते हैं हमारे लिए खास।
ये बहाने बनकर हमें लाते हैं एक दूजे के पास।
ये दिन हम सब को छोटों की नाराजगी ,बड़ों की डांट से छुटकारा दिलाते हैं।
हम सबको बहाना बनकर एक दूजे के हमेशा करीब रखते हैं।
यही है प्यार की बेजोड़ डोरी ( बहाना ) .
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* बिनेश कुमार * २३/१२/२०१४ *