Friday, 15 November 2013

* नई सोच नये युग को देखें *



        *   ॐ *

* नई सोच नये  युग को देखें *
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मेरे प्यारे देशवासियों - जो मैं जानता हूँ वो आप सब भी जानते हैं।
हमारे देश में भ्रष्टाचार ,दुर्व्यवहार ,अत्याचार , एक दीमक नाम के कीड़े कि तरह देश के हर कौने में फैल रहा है।
जिसकी आन -बान शान  को बचाये रखना हम  सबका फ़र्ज़ बनता है।
हमारे पूर्वज   वीरों ने जो देश के  खातिर अपने प्राणों का बलिदान दिया है।
वो सराहनीय  है। आज जब भी हम उनकी कुर्बानी को याद करते हैं तो आँखों से आंसू खुद बहने लगते हैं।
उन्होंने  ये अपने  या अपनों के लिए ही नहीं किया हमसब और देश  के लिए किया था।
आज जिन नेताओं को हमसब ने देश और देशवासियों कि रक्षा करने कि जिम्मेदारी सौंप रखी है।
इनमें से कोई भी उन महान सपूत वीरों के जैसे सोच-विचार और भावनाओं के नहीं है।

ये सबके सब महा स्वार्थी ,मतलबी , धोखे बाज़ गन्दी नज़र ,गन्दी सोच विचार वाले  हैं।       
ये तो अब हमसब को तय करना है कि देश व् देशवासियों की सुरक्षा  का दाईत्व सही ,सच व् ईमानदार के
हाथों में ही दें।
पार्टी जो भी हो - कांग्रेस ,भाजपा ,या कोई और जिसे हमसब वर्षों से देश के नाम पर राज करते हुए ,
हमसब ने देखा है और रिजल्ट क्या रहा वो सबके सामने है।
अब हमें उन नए लोगों को मौका देकर देखना चाहिए  जिन्हें कुछ करते हुए देखा नहीं।
जिन्होंने अपने कदम सिर्फ देश और देशवासियों के हित के लिए आगे बढाए हैं।
उनका साथ देकर उनकी हिम्मत व् हौंसला  हमसब को बढ़ाना चाहिए।
दोस्तों - सैनिक हो या खिलाड़ी ,या कोई हो देश सेवक  बिना मौका मिले कोई अपने आप को प्रूफ नहीं कर
सकता। आप भी बिना देखे ,परखे किसी पर कोई टिप्प्डी नहीं कर सकते।
अब अच्छा या बुरा करना तो आप हमसब के हाथों में है।
आज हमसब आजाद देश में आजाद होने के बाद भी खुद को गुलाम महसूस करते हैं।
न्याय और इन्साफ पाने के लिये  अपने दर्द ,तख़लीप, परेशानी खुद बयान  नहीं कर सकते।
मेरा किसी भी पार्टी से कोई लेना देना नहीं है ,, मैं भी आप सब कि तरह देश का नागरिक हूँ।
देश में अमन चैन  और इन्साफ , देश का हित चाहता हूँ।
भ्रष्टाचार , दुर्व्यवहार , अत्याचार , मुक्त देश देखना चाहता हूँ।
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* * जय हिन्द जय भारत **

* बिनेश कुमार * १५/११/२०१३ * प्रात : ४ बजे *                                                                                     


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