: सुनो भै साधू बात पते की बड़ी खास है :
खुदा के बन्दे अंतर मन की आँख खोल कर देख हर रिस्ता पास है !
फूलों की कदर भोरे ही जानते हैं !
प्यार की कदर प्रेमी ही जानते हैं !
इंसानियत का फ़र्ज़ निभाने वाले रिस्ता नहीं देखा करते !
सच्चा प्यार करने वाले रूप-रंग ,जाती -धर्म नहीं देखा करते !
जैसे दिया-बाती मिलकर रात के अन्धकार को दूर करते हैं !
वैसे दो सच्चे जीवन साथी मिलकर जिंदगी का सफर पूरा करते हैं !
जैसे नाव और मल्हा का सही तालमेल विश्वासपूर्ण हो तो तूफां में भी दरिया पार कर लेते है !
वैसे रिश्तों में सही तालमेल और विशवास न हो तो बीच सफर में ही साथ छूट जाता है !
:बिनेश कुमार :१६/०१/२०१६ :
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