* होली * भाग २ *
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फागुन का महीना आया।
साथ में खुशियों की सौगात लाया।
चारों तरफ रंग बिरंगे फूल खिलने लगे।
खेतों में हर तरफ फसलें लहराने लगीं।
किसानों के मन ख़ुशी में झूमने लगे।
मन बहारों के गीत गाने लगे।
होली आई आपके हर रिस्ते को करीब लाई।
नए पुराने रिस्तों की सौगात साथ लेकर आई।
होली में सब रंग मिलकर एक हुए।
दिलों से दिल मिले आपस के गिल्ले सिक्वे दूर हुए।
होली में तरह तरह के पकवानों ने धाक जमाई।
होली आई होली आई खुशियां अपार लेकर आई।
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* बिनेश कुमार *१५ मार्च २०१४ *
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